तर्कसंग्रह (वैशेषिक दर्शन ) "तर्कसंग्रह" "न्याय वैशेषिक" दर्शन पर आधारित ग्रंथ है ।बैशेषिक दर्शन के प्रणेता महर्षि कणाद है वैशेषिक दर्शन में विशेष तत्व को महत्त्व दिया गया है वैशेषिक दर्शन पर अनेक टीकाए लिखी गई ।फिर वैशेषिक को न्याय दर्शन में मिला दिया गया जिससे यह न्याय वैशेषिक दर्शन कहलाया। वैशेषिक दर्शन के 7 पदार्थ ** वैशेषिक दर्शन में पदार्थो की संख्या 7मानी गई है। जिनका वर्णन तर्कसंग्रह ग्रंथ में हुआ है।
पदा र्थ का अर्थ*पद का शाब्दिक अर्थ है "पदस्य अर्थ:" अर्थात् पद का अर्थ । विभिन्न वैशेषिक ग्रंथो में पदार्थ के सम्बन्ध में कहा गया है।जो ज्ञेय है, वही पदार्थ है।जो प्रमा का विषय है, वह पदार्थ है।जिसे नाम दिया जा सके ,वह पदार्थ है। वैशेषिक दर्शन के अनुसार 7पदार्थ निम्न बताए है। " तत्र द्रव्यगुणकर्मसामान्यविशेषसमवायाभाव: सप्त" पदार्था: 1द्रव्य 2.गुण 3.कर्म 4.सामान्य 5.विशेष 6.समवाय 7.अभाव |
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