शुक्रवार, 20 नवंबर 2020

Motivational poem#zindagi#quotes

 जिंदगी में बहुत कुछ सीखा है लेकिन अभी और सीखना बाकी है। 

बहुत तप  चुके अन्दर से हम अब शायद निखरना बाकी है। 

परिस्थितियां तो  हमें नहीं हरा पायी शायद अब उनका हारना बाकी है।

सपने तो बहुत देख चुके शायद अब सच होना बाकी है।

 थक कर बैठ नहीं सकते शायद अभी कुछ दूरी और चलना बाकी है।

हर पल  मुस्कुराना सीख चुके अब दुनिया मे छा जाना बाकी है।


विशेषदोस्तों, मैने कुछ समय पहले ही अपनी पुस्तक शोभा सृष्टि कविता संग्रह प्रकाशित करवायी है।जिसमे जीवन सेजुडी़ बातें जैसे माँ ,दोस्त,सपने,ख्वाहिशे, समय, मुस्कुराहट, जुनून,शिक्षक, कोरोना की भयावहता साथ ही अपनो कीएकता आदि बिषयो को कवितारूप में स्थान दिया है।

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मुझे उम्मीद है कि मेरा यह छोटा सा प्रयास

 सार्थक होगा आप सभी मेरा उत्साहवर्धन करेंगे 

धन्यवाद✍️🙏

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