शनिवार, 30 जनवरी 2021

तर्कभाषा#केशवमिश्र की तर्कभाषा#न्याय दर्शन#अनुभव के भेद

 अनुभव= स्मृति से भिन्न ज्ञान अनुभव कहलाता है।

 स्मृति भावना पर आधारित होती है जबकि अनुभव नामक ज्ञान स्मरण से भिन्न होता है किसी वस्तु को देखकर होने वाला मानसिक व्यापार बुद्धि का विषय होने पर अनुभव कहलाता है ।

अनुभव के दो भेद है 

यथार्थ अनुभव और  अयथार्थ अनुभव


यथार्थानुभव = जो वस्तु जैसी है उसका वैसा ही ज्ञान प्राप्त होना "यथार्थ अनुभव" कहलाता है। जैसेचांदी को देखकर चांदी का ज्ञान प्राप्त होना।


 यथार्थ अनुभव के चार उपभेद है। 

1.प्रत्यक्ष, 2.अनुमिति 3.उपमिति 4.शाब्द

 इन चारों के आधार पर प्रमाण भी चार माने गए हैं 1.प्रत्यक्ष प्रमाण 2अनुमान प्रमाण3. उपमान प्रमाण 4. शब्द प्रमाण 


आइए हम यथार्थ अनुभव के चारों उपभेदों के बारे में जान लेते हैं

 प्रत्यक्ष यथार्थ अनुभव= प्रत्येक इंद्रिय का उसके विषय से साक्षात् संबंध होने पर जो ज्ञान प्राप्त होता है वह यथार्थ अनुभव प्रत्यक्ष कहलाता है जैसे घड़े को आंख से देखने पर यह घड़ा है इस प्रकार का ज्ञान होना प्रत्यक्ष यथार्थ अनुभव है। 

अनुमति यथार्थ अनुभव= अनु अर्थात बाद में अर्थातप्रत्यक्ष ज्ञान के पश्चात होने वाला ज्ञान। प्रत्यक्षसे भिन्न कारण को देखकर कार्य का अथवा कार्य को देखकर कारण का अनुमान कर लेना अनुमति यथार्थ अनुभव है।  जैसे सुबह उठने पर चारों ओर पानी देखने पर रात्रि में वर्षा होने का अनुमान यही 'अनुमिति" है

 उपमिति यथार्थ अनुभव= किसी वस्तु या व्यक्ति का किसी दूसरे वस्तु या व्यक्ति से कुछ समानता होने पर किसी नवीन वस्तु का ज्ञान होना "उपमिति" नामक यथार्थ अनुभव कहलाता है।

जैसे गो के समान गवय होता है  किसी व्यक्ति के कहने पर जब कोई गवय(नील गाय) से अपरिचित व्यक्ति  गो(गाय)से समानता रखने वाले  किसी किसी पशु को देखता है तो उसे अच्छा यही गवय (नील गाय)है इस प्रकार का नवीन ज्ञान प्राप्त होता है। यही"उपमिति" है

शब्द यथार्थअनुभव=  शब्द से प्रतीत यथार्थ ज्ञान "शाब्द" नामक यथार्थ अनुभव कहलाता है


आगे अयथार्थ अनुभव और उसके उपभेदों के बारे में जानते हैं।

 अयथार्थ अनुभव  जो वस्तु जैसी नहीं है फिर भी उसका वैसे ही रूप में मानना समझना अर्थात वास्तविकता से भिन्नअवास्तविक ज्ञान"अयथार्थ अनुभव" कहलाता है 

अयथार्थ अनुभव तीन प्रकार का होता है।

संशय, विपर्ययऔर तर्क


संशय =किसी एक वस्तु में परस्पर विरुद्ध अनेक धर्मों के संबंध का ज्ञान 

  जैसे किसी सूखे ठूंठ वृक्ष को देखकर यह ठूँठ है या मनुष्य इस प्रकार का संशय युक्त ज्ञान प्राप्त होता है।

 विपर्यय= वास्तविकता से रहित है अवास्तविक  मिथ्या ज्ञान अर्थात जो जैसा नहीं है उसका भी वैसा ज्ञान होना ।

 जैसे सर्प को रस्सी समझ लेना।

तर्क=व्याप्य के आरोप से व्यापक का आरोप करना

जैसे यदि पर्वत में आग न हो तो धुआँ भी नहीं होगा इसमे अग्नि के अभाव रूप व्याप्य आरोप (मिथ्याज्ञान) से धूम अभाव रूप व्यापक का आरोप (मिथ्याज्ञान)है। 


संक्षेप में इस प्रकार अनुभव के दो भेद है

 यथार्थ अनुभव और यथार्थ अनुभव 

 यथार्थ अनुभव के पुनः चार भेद है

 प्रत्यक्ष, अनुमति उपमिति और शाब्द

अयथार्थ अनुभव के पुनः तीन भेद है

 संशय,विपर्यय और तर्क


धन्यवाद दोस्तों, उम्मीद है कि आप सभी का सहयोग आगे भी मिलता रहेगा।

तर्कभाषा के महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

संस्कृत साहित्य के 50 महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर


  

तर्कभाषाTarkbhasha केशवमिश्र#न्यायदर्शन

1. सांख्यतत्वकौमदी कस्य रचनाऽस्ति?

-वाचस्पति मिश्रस्य

2.तर्ककौमुद्या रचनाकार:?

-लौगाक्षिभास्करः

3.न्यायसूत्रषु कस्य खण्डनं क्रियते?

-शून्यवादस्य

4.न्यायः ईश्वरं कथितवान?

-परमात्मा

5.गौतमस्य अपरनामः?

-अक्षपादः

6.तर्कभाषाया:रचयिता कः?

-केशवमिश्रः

7.ज्ञातविषयं ज्ञानं.....?

-स्मृतिः

8.संस्कारमात्रजन्यं ज्ञानं काः?

-स्मृतिः

9.स्मृतिव्यतिरिक्तं ज्ञानं किम्?

-अनुभवः 

10.किम् अनुमानं?

-लिड्गपरामर्शोऽनुमानम्

11अनुमानं कतिविधम्?

-द्विविधम(स्वार्थानुमानं,परार्थानुमानं)

12.अनुमानस्याधारोऽस्ति?

-व्याप्तिसम्बन्धः

13.व्याप्तिरस्ति?

-विशिष्टसम्बधः

14.न्यायदर्शने पदार्थानां सड्ख्यास्ति?

षोडश:

15.कतिद्रव्यानि?

नव

16.पृथिवी कतिधा?

-द्विधा(नित्या,अनित्या)

17.नित्या पृथिवी का?

-परमाणुरूपा

18.अनित्या पृथिवी का?

-कार्यंरूपा

19.का पृथिवी?

-गन्धवती

20रूपरहितस्पर्शवान् कः?

-वायुः

21वायुः कतिविधः?

-द्विविधः

22शब्दगुणकम् किम्?

आकाशम्

23 सामान्यं कतिविधम्?

-द्विविधम्(परम्,अपरम्) 

24.कति विशेषः?

-अनन्तः

25.समवायः कतिविधः

-1

26.अभावः कतिविधः

-पञ्चविधः

27भावभिन्नत्वं..........?

-अभावः

28.प्राचीन न्याय परम्पराकथ्यते?

-पदार्थमीमांसात्मकः

29.नव्यन्यायधारा कथ्यते?

-प्रमाणमीमांसात्मकः

30.न्यायसूत्राणां भाष्यकारोऽस्ति?

-वात्स्यायनः


ये थे तर्कभाषा से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न जो first grad,collage lecturer#net/set  परीक्षाओं में पूछे जाते हैं। आगे भी तर्कभाषा से संबंधित कुछ परीक्षोपयोगी जानकारी प्रदान करने का प्रयास किया जाएगा। 

धन्यवाद✍️

विशेष पोस्ट

तर्कसंग्रह के महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

तर्कसंग्रह के अनुसार९(9)द्रव्य कौनसे है।

तर्कसंग्रह के अनुसार कारण और उसके भेद










शुक्रवार, 29 जनवरी 2021

हे कृष्ण....मुझे अर्जुन बना दीजिए#कविता


 हे कृष्ण.... मुझे अर्जुन बना दीजिए

भूलबैठा हुआ कर्तव्यो को अपने...

 उचित अनुचित  का ज्ञान करा दीजिए

हे कृष्ण.... मुझे अर्जुन बना दीजिए

मोह के धागो में मै क्यो इस तरह लिपट चुका हूँ

काटना चाहता हूँ .....पर नही काट रहा हूँ

हे कृष्ण..... मुझे अब तो स्वतंत्र कीजिए

 हे कृष्ण..... मुझेअर्जुन बना दीजिए।

अब तक बहुत युद्ध लडे़ पर इस युद्ध से क्यों भाग रहा हूँ

अपने ही अस्त्र-शस्त्र क्यो पटक दिए है मैने

हे कृष्ण..... कुछ तो बता दीजिए

हे कृष्ण..... मुझे अर्जुन बना दीजिए।

लक्ष्य ओझल हो रहा है निशाना कैसै लगाऊँ

पहले जैसी एकाग्र दृष्टि कैसे मैं पाऊँ

हे कृष्ण...मछली की आँख मुझे दिखा दीजिए

हे कृष्ण...मुझे अर्जुन बना दीजिए।

 अपनी शक्ति को भलीभाँति जानता हूँ फिर भी

 विचारो-के चक्रव्यूह से कैस निकल नही पा रहा हूँ

 मेरे सखा ...मेरा साथ दीजिए

हे कृष्ण.....फिर से खुद को सारथी बना लीजिए

 हे कृष्ण....मुझे अर्जुन बना दीजिए 

 

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Motivational lines

जिंदगी#zindagi


धन्यवाद


सोमवार, 4 जनवरी 2021

संस्कृत साहित्य के महत्त्वपूर्ण 50 प्रश्न#संस्कृत जाँच प्रश्न पत्र#sanskrit test paper

 1.  हर्षचरिते  हर्षवर्धनस्य भगिनी का  अस्ति ?

 राज्यश्री:


2.सम्राज्ञी विलासवती कस्य माता आस्ति?

चन्द्रापीडस्य


3.मेघदूते अंड्गीरस:भवति?

विप्रलम्भ श्रृंगार


4.पुण्डरीकस्य अनन्य मित्रम् अस्ति?

कपिञ्जलः

बाणभट्ट#हर्षचरित#कादम्बरी


5.स्वप्नवासवदत्तस्य विदूषक: कः?

वसन्तक:


6.स्वप्नवासवदत्तायां मन्त्री कः?

यौगन्धरायण


7.पण्डितराजजगन्नाथमते काव्यस्य कति भेदा: स्वीकृता:?

चत्वार:

उत्तमोत्तम

उत्तम

मध्यम

अधम्


8.स्वप्नवासवदत्तस्य नाटकस्य स्वप्नांक कः?

पञ्चमः


9.दुःखं न्यासस्य रक्षणम् इति सूक्तियुक्तं नाटकमस्ति?

स्वप्नवासवदत्तम्


10.शकारताडितां वसन्तसेनां मृत्युमुखात् कः मोचयति?

संवाहक:


11.आर्जव हि कुटिलेषु नीति: इति सूक्तियुक्तं नाटकमस्ति?

नैषधीयचरितम्


12.स्त्री स्वभावस्तु कातरःइति सूक्तियुक्तं नाटकमस्ति?

स्वप्नवासवदत्तम्


13.कामी स्वतां पश्यति इति सूक्तियुक्तं नाटकमस्ति?

अभिज्ञानशाकुन्तलम्


14.सर्वत्रार्जवं शोभते इति सूक्तियुक्तं नाटकमस्ति?

मृच्छकटिकम्


15.ध्वन्यालोकः कस्य कृतिरस्ति?

आनन्दवर्धनस्य


16.काव्यप्रकाशे कति परिच्छेदाः विद्यन्ते?

10


17.उत्तररामचरिते मैत्रावरूणि:पदं कस्य कृते प्रयुक्तम?

वसिष्ठस्य


18.वक्रोक्तिः काव्यजीवितम् कस्य इयं परिभाषा अस्ति?

कुन्तकस्य


19.तददोषौ शब्दार्थौ सगुणावनलंकृती पुनः क्वापि कस्येयं परिभाषा?

मम्मटस्य


20.योग्यताकांक्षासन्निधियुक्तः पदोच्चयः?

वाक्यम्


21.काव्यप्रकाशे काव्यप्रयोजनानि संख्या सन्ति?

षट्


1 यशसे

2 अर्थकृते

3 व्यवहारविदे

4 शिवेतररक्षतये

5 परनिवृत्तये

6 कान्तासम्मितयोपदेशयुजे


22.शक्तिग्रहं संकेतग्रहसाधनम् कतिविधम्?

अष्टम्


23.मनोऽनुकूलेऽथ मनसः प्रवणायितुम?

रतिः


24.वागादिवैकृतैश्चेतो विकासो?

हासः


25.हासः कस्य स्थायिभावः?

हास्यस्य


26.जुगुप्सा कस्य स्थायिभावः?

वीभत्सस्य


27.दोषेक्षणादिभिर्ग्रहां विषयोद्भवा

जुगुप्सा


28.नाटके नायकस्य कति भेदा स्वीकृता?

चत्वारः

नायक के भेद जानने के लिए✍️👎

नायक के भेद#दशरूपक

29.नाटकस्य नायक: कथं भवति?

धीरोदात्तः


30.प्रकरणस्य नायकं कथं भवति?

धीरप्रशान्तः


31.साहित्यदर्पणानुसारं फलप्राप्तौ अतित्वरान्वितः व्यापारः भवति

प्रयत्न


32.शान्तरसस्य स्थायिभाव कः?

शमः


33.साहित्यदर्पणस्य आचार्यः कः?

आचार्यः विश्वनाथः


34."अशोच्या हि पितुः कन्या सद्भर्तृप्रतिपादिता" यस्मिन् सूक्तिरियं अस्ति, तद् काव्यम्?

 कुमारसम्भवम्


35."अमृतेनेव संसिक्ताः चन्दनेनेव चर्चिता:" कं लक्षयति?

कालिदासम्


36.विषवृक्षोऽपि संवर्ध्य स्वयं क्षेत्रमसाम्प्रतम् इयं सूक्ति कुत्र प्राप्यते?

कुमारसम्भवे


37.अल्पमात्रं समुदिदष्टं बहुधा यद्विसर्पति तत् किम्?

बीजम्


38.प्रायः व्यड्गयमप्रधानमेव सचमत्कारकारणम् जगन्नाथमते तत् भवति?

उत्तम काव्य


39.प्रायः सर्वोपरि भवति करुणावृत्तिसद्ररन्तरात्मा इत्यत्र सर्वशब्देन कस्य संकेतग्रहः भवति?

यक्षस्य

मेघदूत खण्डकाव्य#कालीदास की रचनाएँ


40.वेणीसंहारे दुर्योधनस्य मित्रमस्ति?

चार्वाक


41.वेणीसंहारम् इत्यस्मिन् पदे वेणी कस्या वेण्याः बोधिका अस्ति?

द्रौपदयाः


42.वेणीसंहारे नाटके कति अंकाः विद्यन्ते?

षट्(06)


43.रत्नावल्यां नाटिकायां रत्नावल्याः सहचरी का अस्ति?

सुसंगता


44.रत्नावली नाटिकायां कति अंका विद्यन्ते?

4


45.कस्य नाटके विदूषकस्य सर्वथा अभाव दरीदृश्यते?

भवभूतेः


46.महाकविभवभूतेः कति रूपकाः समुपलभ्यन्ते

3


47."गुणाः पूजास्थानं न च लिड्गम् "उक्तिरियं कुत्र प्राप्यते?

उत्तररामचरितम्

उत्तररामचरितम्#भवभूति का उत्तररामचरितम्


48."दैवविद्वांस: प्रमाणयन्ति" उक्तिरियं कुत्र प्राप्यते?

मुद्राराक्षसम्


49."रत्नं रत्नेन संगच्छते"उक्तिरियं कुत्र प्राप्यते?

मृच्छकटिकम्

मृच्छकटिकम्#शूद्रक की रचना


50."दुःख न्यासस्य रक्षणम् "उक्तिरियं कुत्र प्राप्यते?

स्वप्नवासवदत्तम्

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धन्यवाद