दोस्तों, मेरी द्वारा स्वरचित यह कविता दुनिया की प्रत्येक❤माँ❤के चरणों में समर्पित है।आप सबका आशीर्वाद हमारे जीवन को और महकाये ।
आप सभी को कोटि कोटि वन्दन✍️🙏🙏🙏🙏
कविता=माँ गागर में सागर |
❤🎁 "माँ गागर में सागर"🌹🎁
" माँ " एक छोटा सा शब्द है लेकिन जिसमे सभी महाकाव्य समाने का सामर्थ्य है....
माँ का प्यार पाने को भगवान भी बालरूप बनाते है.....
तीन लोको के स्वामी होकर भी उसकी ममता का मोल कहाँ चुका पाते है.......
माँ की अनमोल ममता पाने को भगवान भी तरस जाते है....
दुनिया को अपने इशारो पर नचाते होंगे .....
लेकिन खुद माँ की प्यार भरीडाँट खाते है.....
माँ " एक छोटा सा शब्द है लेकिन इसमे छिपा महान अर्थ है.....
माँ क्या है उसे कैसे बयाँ करु मै फिर भी भावना की कलम से माँ के लिए कुछ शब्द भेंट करती हूँ......
मां संस्कारों की बगिया है माँ रिश्तो को पिरोने वाली सुंदर माला है.....
मां श्रद्धा की रंगोली है।माँ आशीषो से भरी झोली है....
माँ ईश्वर की प्रतिनिधि है।माँ सौभाग्य और सिद्धि है....
माँ करुणा की खान है। माँ बच्चों के लिए भगवान है....
माँ ज्ञान रूपी ज्योति है। माँ इस संसार में दिव्य मोती है...
माँ महिमा भरा पुराण है माँ एक पवित्र कुरान है...
माँ मेरे लिए प्रख्यात हस्ती है जिसमें मेरी दुनिया बसती है...
जिंदगी एक समुद्र है तो उससे उबारने वाली कश्ती है....
माँ " एक छोटा सा शब्द है लेकिन जिसमे सभी महाकाव्य समाने का सामर्थ्य है......
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